प्रशंसा । Pranshasa

प्रशंसा । Pranshasa शिल्पकार था। वह बहुत सुन्दर मूर्तियां बनाता था।उसे एक ज्योतिषी मिला। उसने शिल्पी से कहा,"बराबर एक महीने बाद इसी तारीख, इसी समय तेरी मृत्यु होगी।"हमें कोइ मौत…

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खन-खन आवाज । Khann-Khann Aawaj

खन-खन आवाज । Khann-Khann Aawaj तीन लडके थे। पिता की सारी सम्पति बाँट ली मकान बाँटे, खेत बाँटे, जमीन जायदाद बाँटी, पैसे बाँटे। पिता रह गया।बड़ा लड़का कहे, "मैं नहीं…

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मेरी यात्रा पूर्ण हुई । Meri Yatra Purn Hui

मेरी यात्रा पूर्ण हुई । Meri Yatra Purn Hui मेरा एक मित्र है, स्नेही है। उसका नाम है बरबाद। जूनागढ रहता है। फ़कीर है। अति गरीब है।एक बार मैंने उससे…

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मन-आत्मा की तकरार । Man-Aatma Ki Takrar

मन-आत्मा की तकरार । Man-Aatma Ki Takrar एक भिखारी रास्ते पर बैठकर भीख माँग रहा था। एक आदमी वहाँ से निकला। भिखारी ने कहा,"मैं बहुत भूखा हूँ। मुझे कुछ दो।"उस…

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यज्ञ की पूर्णाहुति । Yagh Ki Purnahuti

यज्ञ की पूर्णाहुति । Yagh Ki Purnahuti महाराज युधिष्ठिर ने एक बार यज्ञ किया। यज्ञ में अन्तिम आहुति अर्पण की तो घंटे की आवाज नहीं हुई। अतः धर्मराज युधिष्ठिर को…

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गुप्तदान | Guptdan

गुप्तदान | Guptdan भारत में किसी मन्दिर का जीर्णोद्धार हो रहा था। पचास हजार रुपयों की जरूरत थी। ट्रस्टी गये किसी बडे व्यापारी के पास। वह दानशील है। दस बजे…

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शक्ति का प्रागट्य | Shakti Ka Pragatya

शक्ति का प्रागट्य | Shakti Ka Pragatya शिवजी का धनुष जब जनकजी को देने में आया तब मुख्य स्थान पर रखने के लिए कई हाथियों द्वारा खींचवाना पडा था। यह…

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पुरस्कार के लायक | Purshkar Ke Layak

पुरस्कार के लायक | Purshkar Ke Layak कविवर रवीन्द्रनाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार मिला। दनिया भर के लोग उन्हें धन्यवाद देने, अभिनन्दन देने आने लगे। व्यक्तियों की लम्बी लाइन लग…

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छत्रछाया | Chhatarchhaya

छत्रछाया | Chhatarchhaya सावधान हनुमानजी की आँखे अवध के राज दरबार में घूमने लगीं। श्री लक्ष्मणजी दिखाई देते है, शत्रुध्न दिखाई देते है पर भरतजी नहीं दिखाई दिये। भरतजी कहाँ…

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भाग्यशाली | Bhagyashali

भाग्यशाली | Bhagyashali चित्रकूट का प्रसंग है। संतो का मत है। लक्ष्मणजी फल-फूल लेने गये थे और राम-सीता बैठे-बैठे चर्चा कर रहे थें। वसन्तऋतु थी और वृक्ष खिला हुआ था।…

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त्याग और समर्पण को न भूलें | Tayag Aur Smarpan Ko Na Bhule

त्याग और समर्पण को न भूलें | Tayag Aur Smarpan Ko Na Bhule भगवान शाम को महल में बैठे थे। सारा राजकुटुम्ब बैठा था। उस समय राम ने कौशल्या माँ…

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रामकृष्ण परमहंस और पकौडे | Ramkrishan Paramhansh Aur Pakode

रामकृष्ण परमहंस और पकौडे | Ramkrishan Paramhansh Aur Pakode सत्संग चलता हो तो भी रामकृष्ण परमहंस खडे हो जाते और पकौड़े खाने के लिए चले जाते। विवेकानंदजी, शारदाजी बहुत दुःखी…

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कार्तिक अमावस्या व्रत कथा | Kartik Amavasya Vrat Katha

कार्तिक अमावस्या व्रत कथा | Kartik Amavasya Vrat Katha हिन्दू धर्म में कार्तिक अमावस्या अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। अमावस्या के दिन तर्पण और पितरों के लिए दान, पुण्य करना…

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