छत्रछाया | Chhatarchhaya
छत्रछाया | Chhatarchhaya सावधान हनुमानजी की आँखे अवध के राज दरबार में घूमने लगीं। श्री लक्ष्मणजी दिखाई देते है, शत्रुध्न दिखाई देते है पर भरतजी नहीं दिखाई दिये। भरतजी कहाँ…
छत्रछाया | Chhatarchhaya सावधान हनुमानजी की आँखे अवध के राज दरबार में घूमने लगीं। श्री लक्ष्मणजी दिखाई देते है, शत्रुध्न दिखाई देते है पर भरतजी नहीं दिखाई दिये। भरतजी कहाँ…
भाग्यशाली | Bhagyashali चित्रकूट का प्रसंग है। संतो का मत है। लक्ष्मणजी फल-फूल लेने गये थे और राम-सीता बैठे-बैठे चर्चा कर रहे थें। वसन्तऋतु थी और वृक्ष खिला हुआ था।…
त्याग और समर्पण को न भूलें | Tayag Aur Smarpan Ko Na Bhule भगवान शाम को महल में बैठे थे। सारा राजकुटुम्ब बैठा था। उस समय राम ने कौशल्या माँ…
रामकृष्ण परमहंस और पकौडे | Ramkrishan Paramhansh Aur Pakode सत्संग चलता हो तो भी रामकृष्ण परमहंस खडे हो जाते और पकौड़े खाने के लिए चले जाते। विवेकानंदजी, शारदाजी बहुत दुःखी…
किसको प्रणाम करे ? | Kisko Pranam Kare? गोविन्दसिंहजी को लगा कि अब जीने का कोई अर्थ नहीं है। मेरी नजरों के सामने मेरे दो पुत्र, माँ चल बसे। गुरु…
बच्चें और दादी | Bache Aur Dadi गरु गोविन्दसिंहजी अपने दोनों बालकों को हृदय से लगाकर कहते हैं, "बेटा, हुक्म हो गया है। धर्मान्तर न करे तो आप दोनों के…
कार्तिक अमावस्या व्रत कथा | Kartik Amavasya Vrat Katha हिन्दू धर्म में कार्तिक अमावस्या अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। अमावस्या के दिन तर्पण और पितरों के लिए दान, पुण्य करना…
करवा चौथ व्रत कथा | Karwa Chauth Vrat Katha एक साहूकार था जिसके सात बेटे और एक बेटी थी | सातों भाई व बहन एक साथ बैठ कर भोजन करते…
मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत कथा | Margashirsha Purnima Vrat Katha मार्गशीर्ष व्रत के पीछे कई कहानियां हैं। भारत की सांस्कृतिक रूप से विविध प्रकृति के कारण हर क्षेत्र की एक अलग…
विवाह पंचमी कथा | Vivah Panchami Katha पौराणिक कथा के अनुसार त्रेतायुग में धरती को रावण के संताप से मुक्त कराने और समाज के समक्ष धर्म एवं मर्यादा का उदाहरण…
मोक्षदा एकादशी व्रत कथा | Mokshada Ekadashi Vrat Katha धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी अर्थात उत्पन्ना एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा…
मार्गशीर्ष अमावस्या व्रत कथा | Margashirsha Amavasya Vrat Katha मार्गशीर्ष अमावस्या की बहुत सारी कथाएं प्रचलित है। इसमें से एक गरीब ब्राह्मण परिवार की कथा है। ब्राह्मण की एक पुत्री…
उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा | Utpanna Ekadashi Vrat Kathaधर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने कार्तिक शुक्ल एकादशी अर्थात प्रबोधिनी एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके…
आँवला नवमी व्रत कथा | Amla Navami Vrat kathaआँवला नवमी की दो कथायें प्रचलित हैं- साहूकार की कथाप्राचीन समय में काशी नाम के एक नगर में एक वैश्य अपनी पत्नी…
तुलसी विवाह कथा | Tulsi Vivah Katha एक बार शिव ने अपने तेज को समुद्र में फैंक दिया था। उससे एक महातेजस्वी बालक ने जन्म लिया। यह बालक आगे चलकर…
देवोत्थान / प्रबोधिनी एकादशी व्रत कथा | Devutthana Ekadashi Vrat Kathaकार्तिक मास की एकादशी को देवोत्थान एकादशी या देवउठनी एकादशी कहते हैं।धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने कार्तिक…
गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Pooja Vrat Kathaगोवर्धन पूजा की पौराणिक कथा के अनुसार द्वापर युग में एक बार देवराज इंद्र को अपने ऊपर अभिमान हो गया था। इंद्र…
आश्विन संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा | Ashvin Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha युधिष्ठिर ने भगवान से पूछा हे कृष्णजी! मैंने सुना है कि आश्विन कृष्ण चतुर्थी को संकटा चतुर्थी…
छठ पूजा व्रत कथा | Chhath Puja Vrat Katha प्रियंवद और मालिनी की कहानीपुराणों के अनुसार, राजा प्रियंवद नामक राजा हुआ करते थे जिनकी कोई संतान नहीं थी। तब महर्षि…
अहोई अष्टमी व्रत कथा | Ahoi Ashtami Vrat Katha प्राचीन समय की बात है एक साहूकार था। जिसके सात बेटे, सात बहुएं और एक बेटी थी। एक दिन सभी मिट्टी…