माँ कात्यायनी आरती | Ma Katyayani Aarti

जय जय अम्बे जय कात्यानी।जय जगमाता जग की महारानी।। बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहा वरदाती नाम पुकारा।। कई नाम है कई धाम है।यह स्थान भी तो सुखधाम है।। हर मंदिर में ज्योत…

Continue Readingमाँ कात्यायनी आरती | Ma Katyayani Aarti

श्री गणेश आरती | Shree Ganesh Aarti

शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको ।दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको ।हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको ।महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥ जय देव जय देव,जय जय श्री गणराज…

Continue Readingश्री गणेश आरती | Shree Ganesh Aarti

बिंदायक जी की कथा | Bindayak Ji Ki Katha

एक बुढ़िया माई रोज मिट्टी के गणेश जी की पूजा करती थी।बेचारी बुढ़िया के बनाए गणेश जी रोज गल जाते थे। उसके घर के सामने एक सेठजी का मकान बन…

Continue Readingबिंदायक जी की कथा | Bindayak Ji Ki Katha

विश्वम्भरी स्तुति | Vishvambhari Stuti

विश्वंभरी अखिल विश्व तनी जनेता,विद्या धरी वदनमा वसजो विधाता,दुर्बुद्धिने दूर करी सदबुद्धि आपो,माम पाहि ओम भगवती भव दुख कांपों। भूलो पड़ी भवरने भटकू भवानी,सूझे नहीं लगिर कोई दिशा जवानी,भासे भयंकर…

Continue Readingविश्वम्भरी स्तुति | Vishvambhari Stuti

ब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti

ब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti ॐ ब्रह्माणी मइया, जय ब्रह्माणी मइया।पल्लू धाम विराजत, सब जन कल्याणी ॥ॐ ब्रह्माणी मइया .. मंगल मोदमयी माँ, पीताम्बर धारी।स्वर्ण छत्र से शोभित,…

Continue Readingब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti

ब्रह्माणी स्तुति | Brahmani Stuti

चन्द्र दिपै सूरज दिपै, उड़गण दिपै आकाश ।इन सब से बढकर दिपै, माताऒ का सुप्रकाश ॥ मेरा अपना कुछ नहीं, जो कुछ है सो तोय ।तेरा तुझको सौंपते, क्या लगता…

Continue Readingब्रह्माणी स्तुति | Brahmani Stuti