हरी हरी दूर्वा चढ़े | Hari Hari durva chadhe
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
मेरे गजानंद का शीश बड़ा है
इनपे सोने के मुकुट सजे
गजानंद हरे हरे,हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
मेरे गजानंद की कान बड़े हैं,
इनमें बड़े-बड़े कुंडल पड़े ,गजानंद हरे हरे
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे ।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
मेरे गजानंद की सूंड बड़ी है,
इनमें लड्डू मोदक सजे गजानंद हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे ।
मेरे गजानंद का गला बड़ा है
इनमें मोतियन हार सजे,गजानंद हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे ।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
मेरे गजानंद का हाथ बढ़ा है।
इनसे बड़े-बड़े करज करें,गजानंद हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
मेरे गजानंद का पेट बड़ा है
इनमें पीला जनेऊ सजे,गजानंद हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे ।
मेरे गजानंद के मात-पिता बड़े
इनमें तीनों लोक बसे ,गजानंद हरे हरे।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे।
पूरी दुनिया में नाम तुम्हारा
सारी सृष्टि जय जय करे ,गजानंद हरे हरे ।
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे
हरी हरी दूर्वा चढ़े गजानन हरे हरे ।