श्री पंचमुखी हनुमान कवच | Shree Panchmukhi Hanuman Kavach

श्री पंचमुखी हनुमान कवच | Shree Panchmukhi Hanuman Kavach अथ ध्यानं प्रवक्ष्यामि।श्रुणु सर्वांगसुंदर ।यत्कृतं देवदेवेन ध्यानं हनुमत्: प्रियम् ॥ 1 पंचकक्त्रं महाभीमं त्रिपंचनयनैर्युतम् ।बाहुभिर्दशभिर्युक्तं सर्वकामार्थसिध्दिदम् ॥ 2 पूर्वतु वानरं वक्त्रं…

Continue Readingश्री पंचमुखी हनुमान कवच | Shree Panchmukhi Hanuman Kavach

नारायण कवच | Narayan Kavach

नारायण कवच | Narayan Kavach ॥ राजोवाच ॥ यया गुप्तः सहस्त्राक्षः सवाहान् रिपुसैनिकान ्।क्रीडन्निव विनिर्जित्य त्रिलोक्या बुभुजे श्रियम् ॥१ भगवंस्तन्ममाख्याहि वर्म नारायणात्मकम् ।यथाssततायिनः शत्रून् येन गुप्तोsजयन्मृधे ॥२ ॥ श्रीशुक उवाच…

Continue Readingनारायण कवच | Narayan Kavach

श्री नरसिंह कवच | Shree Narsingh Kavach

श्री नरसिंह कवच | Shree Narsingh Kavach ॥ विनयोग ॥ ॐ अस्य श्रीलक्ष्मीनृसिंह कवच महामंत्रस्यब्रह्माऋिषः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीनृसिंहोदेवता, ॐक्षौ बीजम्, ॐ रौं शक्तिः, ॐ ऐं क्लीं कीलकम्मम सर्वरोग, शत्रु, चौर,…

Continue Readingश्री नरसिंह कवच | Shree Narsingh Kavach

राहु ग्रह कवच | Rahu Grah Kavach

राहु ग्रह कवच | Rahu Grah Kavach अस्य श्रीराहुकवचस्तोत्रमंत्रस्य चंद्रमा ऋषिः ।अनुष्टुप छन्दः । रां बीजं । नमः शक्तिः ।स्वाहा कीलकम् । राहुप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः ॥ प्रणमामि सदा राहुं शूर्पाकारं…

Continue Readingराहु ग्रह कवच | Rahu Grah Kavach

माँ काली कवच | Ma Kali Kavach

माँ काली कवच | Ma Kali Kavach ॥ नारद उवाच ॥ कवचं श्रोतुमिच्छामि तां च विद्यां दशाक्षरीम् ।नाथ त्वत्तो हि सर्वज्ञ भद्रकाल्याश्च सांप्रतम् ॥ 1 ॥ ॥ नारायण उवाच ॥…

Continue Readingमाँ काली कवच | Ma Kali Kavach

बृहस्पति कवच | Brihaspati Kavach

बृहस्पति कवच | Brihaspati Kavach अस्य श्रीबृहस्पतिकवचस्तोत्रमन्त्रस्य ईश्वर ऋषिः ।अनुष्टुप् छन्दः ।बृहस्पतिर्देवता ।अं बीजं ।श्रीं शक्तिः ।क्लीं कीलकं ।मम बृहस्पतिप्रसादसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः । ॥ करन्यासः ॥ गां अङ्गुष्ठाभ्यां नमः ।गीं…

Continue Readingबृहस्पति कवच | Brihaspati Kavach

बुध कवच | Budh Kavach

बुध कवच | Budh Kavach अस्य श्रीबुधकवचस्तोत्रमन्त्रस्य, कश्यप ऋषिः,अनुष्टुप् छन्दः, बुधो देवता, बुधप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः अथ बुध कवचम् बुधस्तु पुस्तकधरः कुङ्कुमस्य समद्युतिः ।पीताम्बरधरः पातु पीतमाल्यानुलेपनः ॥ 1 ॥ कटिं च…

Continue Readingबुध कवच | Budh Kavach

कृष्ण कवच | Krishna Kavach

कृष्ण कवच | Krishna Kavach ॥ ब्रह्मोवाच ॥राधाकान्त महाभाग ! कवचं यत् प्रकाशितं ।ब्रह्माण्ड-पावनं नाम, कृपया कथय प्रभो ! ॥ १मां महेशं च धर्मं च, भक्तं च भक्त-वत्सल ।त्वत्-प्रसादेन पुत्रेभ्यो,…

Continue Readingकृष्ण कवच | Krishna Kavach

अमोघ शिव कवच | Amogh Shiv Kavach

अमोघ शिव कवच | Amogh Shiv Kavach ॥ ऋषभ उवाच ॥ अथापरं सर्व-पुराण-गुह्यं, निःशेष-पापौघ-हरं पवित्रम् ।जय-प्रदं सर्व-विपत्-मोचनं, वक्ष्यै शैवं कवचं हिताय ते ॥ १ ॥ नमस्कृत्वा महा-देवं विश्व-व्यापिनमीश्‍वरम् ।वक्ष्ये शिव-मयं…

Continue Readingअमोघ शिव कवच | Amogh Shiv Kavach

शुक्र ग्रह कवच | Shukar Grah Kavach

शुक्र ग्रह कवच | Shukar Grah Kavach अथ शुक्रकवचम् अस्य श्रीशुक्रकवचस्तोत्रमंत्रस्य भारद्वाज ऋषिः ।अनुष्टुप् छन्दः । शुक्रो देवता ।शुक्रप्रीत्यर्थं जपे विनियोगः ॥ मृणालकुन्देन्दुषयोजसुप्रभं पीतांबरं प्रस्रुतमक्षमालिनम् ।समस्तशास्त्रार्थनिधिं महांतं ध्यायेत्कविं वांछितमर्थसिद्धये ॥…

Continue Readingशुक्र ग्रह कवच | Shukar Grah Kavach

राधा कवच | Radha Kavach

राधा कवच | Radha Kavach पार्वत्युवाच कैलासवासिन्! भगवन् भक्तानुग्रहकारक!।राधिकाकवचं पुण्यं कथयस्व मम प्रभो ॥१॥ यद्यस्ति करुणा नाथ! त्राहि मां दुःखतो भयात्।त्वमेव शरणं नाथ! शूलपाणे! पिनाकधृक् ॥२॥ शिव उवाच शृणुष्व गिरिजे…

Continue Readingराधा कवच | Radha Kavach

राम कवच | Ram Kavach

राम कवच | Ram Kavach ॥ श्रीमदानन्दरामायणान्तर्गत श्री राम कवचम् ॥॥ ॐ श्री रामाय तुभ्यं नमः ॥ अगस्तिरुवाच- आजानुबाहुमरविन्ददळायताक्षाजन्मशुद्धरस हास मुखप्रसादम् ।श्यामं गृहीत शरचाप मुदाररूपम् ।रामं सराम मभिराम मनुस्मरामि ॥…

Continue Readingराम कवच | Ram Kavach