रविवार व्रत आरती | Ravivar Vrat Aarti

कहुं लगि आरती दास करेंगे, सकल जगत जाकी जोत विराजे।सात समुद्र जाके चरणनि बसे, कहा भये जल कुम्भ भरे हो राम। कोटि भानु जाके नख की शोभा, कहा भयो मन्दिर…

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आदित्य हृदय स्तोत्र | Aditya Hridaya Stotra

ततो युद्धपरिश्रान्तं समरे चिन्तया स्थितम् ।रावणं चाग्रतो दृष्टवा युद्धाय समुपस्थितम् ॥ दैवतैश्च समागम्य द्रष्टुमभ्यागतो रणम् ।उपगम्याब्रवीद् राममगरत्यो भगवांस्तदा ॥ राम राम महाबाहो श्रृणु गुह्यं सनातनम् ।येन सर्वानरीन् वत्स समरे विजयिष्यसे…

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