ब्रह्माचारिणी देवी आरती | Brahmacharini Devi Aarti
जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।।ब्रह्मा जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो।।जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता.. ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सकल…
“माँ दुर्गा की जय” या “जय माँ शक्ति।”
जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।।ब्रह्मा जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो।।जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता.. ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सकल…
शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार।शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी॥ पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।ऋद्धि-सिद्धि परवान करे…
जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता।अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता ।।जय सन्तोषी माता…. सुन्दर चीर सुनहरी मां धारण कीन्हो।हीरा पन्ना दमके तन श्रृंगार लीन्हो ।।जय सन्तोषी माता….…
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥रूप मातु को अधिक सुहावे।दरश करत…
॥ दोहा ॥ श्री गुरुपद सुमिरण करूँ, गौरीनंदन ध्याय ।वरणऊ माता जीण यश , चरणों शीश नवाय ॥झांकी की अद्भुत छवि , शोभा कही न जाय ।जो नित सुमरे माय…
॥ दोहा ॥ जय गणेश जय गज बदन, करण सुमंगल मूल।करहू कृपा निज दास पर, रहहू सदा अनूकूल॥जय जननी जगदीश्वरी, कह कर बारम्बार।जगदम्बा करणी सुयश, वरणउ मति अनुसार ॥ ॥…
ओम जय श्री जीण मइया , बोलो जय श्री जीण मइया।सच्चे मन से सुमिरे , सब दुःख दूर भया ।।ओम जय श्री जीण मइया…ऊंचे पर्वत मंदिर , शोभा अति भारी…
मंगल की सेवा सुन मेरी देवा, हाथ जोङ तेरे द्वार खडें,पान सुपारी धवजा नारियल, ले ज्वाला तेरी भेंट क़रें।सुन जगदम्बें कर न विलम्बें, संतन के भंडार भरें,संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,…
लख लख दीवला री,ए आरती माँ,सेरी ए रमती आय |रमती जगती ए आरती माँ,नाडोल नगरी माय,लख लख दिवला री,ए आरती माँ,नाडोल नगरी माय।। हे ढोल बाजे ए आरती माँ,भूम भोमिया…
ॐ जय अम्बे करणी, मैया जय अम्बे करणी ।भक्त जनन भय संकट,पल-छिन में हरणी ॥ॐ जय अम्बे करणी…आदि शक्ति अविनासी,वेदन में वरणी ।अगम अनन्त अगोचर,विश्वरूप धरणी ॥ॐ जय अम्बे करणी…काली…