श्री रामदेव चालीसा | Shree Ramdev Chalisa
श्री रामदेव चालीसा | Shree Ramdev Chalisa || दोहा || जय जय जय प्रभु रामदे, नमो नमो हरबार। लाज रखो तुम नन्द की, हरो पाप का भार। दीन बन्धु किरपा…
Chalisa Sangrah in Hindi brings you a collection of devotional prayers for different deities, helping you connect spiritually and find peace in your daily life.
श्री रामदेव चालीसा | Shree Ramdev Chalisa || दोहा || जय जय जय प्रभु रामदे, नमो नमो हरबार। लाज रखो तुम नन्द की, हरो पाप का भार। दीन बन्धु किरपा…
विश्वकर्मा चालीसा | Vishvakarma Chalisa ॥ दोहा ॥ विनय करौं कर जोड़कर मन वचन कर्म संभारी।मोर मनोरथ पूर्ण कर विश्वकर्मा दुष्टारी॥ ॥ चोपाई ॥ विश्वकर्मा तव नाम अनूपा, पावन सुखद…
विष्णु चालीसा | Vishnu Chalisa ॥ दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय।कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय। ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान खरारी। कष्ट नशावन अखिल…
शीतला माता चालीसा | Shitla Mata Chalisa ॥ दोहा ॥ जय जय माता शीतला तुमही धरे जो ध्यान।होय बिमल शीतल हृदय विकसे बुद्धी बल ज्ञान॥घट घट वासी शीतला शीतल प्रभा…
सरस्वती माता चालीसा | Saraswati Mata Chalisa ॥ दोहा ॥ जनक जननि पद्मरज, निज मस्तक पर धरि ।बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि ॥पूर्ण जगत में व्याप्त तव, महिमा…
सन्तोषी माता चालीसा | Santoshi Mata Chalisa ॥ दोहा ॥ बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार।ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार॥भक्तन को सन्तोष दे सन्तोषी तव नाम।कृपा करहु…
बालकनाथ चालीसा | Balaknath Chalisa ॥ दोहा ॥ गुरु चरणों में सीस धर करुं प्रथम प्रणाम, बखशो मुझको बाहुबल, सेव करूँ निष्काम।रोम रोम में रम रहा, रूप तुम्हारा नाथ ,…
बटुक भैरव चालीसा | Batuk Bhairav Chalisa ॥ दोहा ॥ श्री गणपति, गुरु गौरि पद, प्रेम सहित धरि माथ ।चालीसा वन्दन करों, श्री शिव भैरवनाथ ॥श्री भैरव संकट हरण, मंगल…
॥ दोहा ॥ बन्दौ चरण सरोज निज जनक लली सुख धाम, राम प्रिय किरपा करें सुमिरौं आठों धाम॥कीरति गाथा जो पढ़ें सुधरैं सगरे काम, मन मन्दिर बासा करें दुःख भंजन…
॥ दोहा ॥ श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना कूल।वरणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी, दुष्ट दलन लीला अवतारी।जो कोई…
॥ दोहा ॥ आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनंवैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणंबाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम्पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं हननं एतद्धि रामायणं ॥ चौपाई ॥ श्री रघुबीर भक्त…
॥ दोहा ॥ श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार ।वृन्दाविपिन विहारिणी, प्रानावौ बारम्बार ॥जैसो तैसो रावरौ, कृष्ण प्रिय सुखधाम ।चरण शरण निज दीजिये, सुन्दर सुखद ललाम ॥ ॥ चौपाई ॥ जय…
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज।करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन…
॥ दोहा ॥मातु लक्ष्मी करि कृपा करो हृदय में वास।मनोकामना सिद्ध कर पुरवहु मेरी आस॥सिंधु सुता विष्णुप्रिये नत शिर बारंबार।ऋद्धि सिद्धि मंगलप्रदे नत शिर बारंबार॥ ॥ चौपाई ॥ तुम समान…
॥ दोहा ॥कोटि कोटि नमन मेरे माता पिता को, जिसने दिया शरीरबलिहारी जाऊँ गुरू देव ने, दिया हरि भजन में सीर ॥ चौपाईजय जय जग मात ब्रह्माणी । भक्ति मुक्ति…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण ध्यान धर, सुमिरि सच्चिदानन्द।श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चैपाई छन्द।। ॥ चौपाई ॥ श्याम श्याम भजि बारम्बारा,सहज ही हो भवसागर पारा।इन सम देव न…
॥ दोहा ॥ जय गिरी तनये दक्षजे शम्भू प्रिये गुणखानि।गणपति जननी पार्वती अम्बे! शक्ति! भवानि॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे, पंच बदन नित तुमको ध्यावे।षड्मुख कहि न…
॥ दोहा ॥जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥भाल चन्द्रमा सोहत…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि।सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि॥बुद्धिहीन जन जानिये, अवगुणों का भण्डार।बरणों परशुराम सुयश, निज मति के अनुसार॥ ॥ चौपाई…