पल्लू वाली माता आरती | Pallu Wali Mata Aarti
अम्बे तू हैं जगदम्बे काली, जय मैय्या पल्लू वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती-2 ॥टेक॥
माता तेरे भक्त जनों पे भीर पड़ी हैं भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी ।
अम्बे तू हैं जगदम्बे काली…
सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
नैयाँ भँवर से उबारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।
अम्बे तू हैं जगदम्बे काली…
नहीं मांगते धन और दौलत, ना चांदी ना सोना,
हम तो मांगते तेरे मन का एक छोटा सा कोना ।
अम्बे तू हैं जगदम्बे काली…
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।
अम्बे तू हैं जगदम्बे काली…