नवग्रह आरती | Navgrah Aarti
आरती श्री नवग्रहों की कीजै ।बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ॥ सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर ।जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें ।शांति स्नेह सरस रसु…
आरती श्री नवग्रहों की कीजै ।बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ॥ सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर ।जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें ।शांति स्नेह सरस रसु…
ब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti ॐ ब्रह्माणी मइया, जय ब्रह्माणी मइया।पल्लू धाम विराजत, सब जन कल्याणी ॥ॐ ब्रह्माणी मइया .. मंगल मोदमयी माँ, पीताम्बर धारी।स्वर्ण छत्र से शोभित,…
॥ दोहा ॥कोटि कोटि नमन मेरे माता पिता को, जिसने दिया शरीरबलिहारी जाऊँ गुरू देव ने, दिया हरि भजन में सीर ॥ चौपाईजय जय जग मात ब्रह्माणी । भक्ति मुक्ति…
चन्द्र दिपै सूरज दिपै, उड़गण दिपै आकाश ।इन सब से बढकर दिपै, माताऒ का सुप्रकाश ॥ मेरा अपना कुछ नहीं, जो कुछ है सो तोय ।तेरा तुझको सौंपते, क्या लगता…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण ध्यान धर, सुमिरि सच्चिदानन्द।श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चैपाई छन्द।। ॥ चौपाई ॥ श्याम श्याम भजि बारम्बारा,सहज ही हो भवसागर पारा।इन सम देव न…
॥ दोहा ॥ जय गिरी तनये दक्षजे शम्भू प्रिये गुणखानि।गणपति जननी पार्वती अम्बे! शक्ति! भवानि॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे, पंच बदन नित तुमको ध्यावे।षड्मुख कहि न…
॥ दोहा ॥जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥भाल चन्द्रमा सोहत…
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि।सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि॥बुद्धिहीन जन जानिये, अवगुणों का भण्डार।बरणों परशुराम सुयश, निज मति के अनुसार॥ ॥ चौपाई…
श्री गणेश प्रथम मनाऊ ।रिद्धि सिद्धि भरपूर पाऊ ॥नमो नमो श्री नागणेच्या माता। नमो नमो शिव शक्ति माता ॥हर रूप में दर्शन दिया। अनेको भक्त ऊवार दिया ॥ज्वाला में तुम…
॥ दोहा ॥ श्री गणपति ग़ुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय ,नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय जय,जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगु शनि राज,जयति राहू अरु केतु ग्रह,करहु अनुग्रह आज !!…
आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्यौछावर कीजै॥गौरश्याम मुख निरखन लीजै,हरि का स्वरूप नयन भरि पीजै।आरती युगलकिशोर की कीज..रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरखि मेरो मन लोभा।ओढ़े नील पीत…
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।जय भैरव देवा..तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।जय भैरव देवा..वाहन शवन विराजत…
रती कामाख्या देवी की ।जगत् उधारक सुर सेवी की ॥आरती कामाख्या देवी की… गावत वेद पुरान कहानी ।योनिरुप तुम हो महारानी ॥सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी ।लहे दरस सब सुख लेवी…
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥ जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ॐ जय… मात-पिता…
जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता।द्वार तुम्हारे जो भी आता, बिन माँगे सबकुछ पा जाता॥तू चाहे जो कुछ भी कर दे, तू चाहे तो जीवन दे दे।राजा रंग बने…
जय तेरी हो स्कंद माता। पांचवा नाम तुम्हारा आता॥सब के मन की जानन हारी। जग जननी सब की महतारी॥जय तेरी हो स्कंदमाता..तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं। हरदम तुम्हे ध्याता रहूं…
जय सिद्धिदात्री मां तू सिद्धि की दाता।तू भक्तों की रक्षक तू दासों की माता।तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि।। कठिन काम सिद्ध…
जय चामुंडा माता मैया जय चामुंडा माता।शरण आए जो तेरे सब कुछ पा जाता।। चंड मुंड दो राक्षस हुए हैं बलशाली।उनको तूने मारा क्रोध द्रष्टि डाली।। चौंसठ योगिनी आकर तांडव…
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम। पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।।चंद्र समान तुम शीतल दाती। चंद्र तेज किरणों में समाती।। क्रोध को शांत करने वाली। मीठे बोल सिखाने वाली।।मन की मालक…
कूष्मांडा जय जग सुखदानी।मुझ पर दया करो महारानी॥ पिगंला ज्वालामुखी निराली।शाकंबरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे ।भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥…