लड्डूगोपाल चालीसा | Laddugopal Chalisa

॥ दोहा ॥ श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना कूल।वरणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी, दुष्ट दलन लीला अवतारी।जो कोई…

Continue Readingलड्डूगोपाल चालीसा | Laddugopal Chalisa

श्री राम चालीसा | Shree Ram Chalisa

॥ दोहा ॥ आदौ राम तपोवनादि गमनं हत्वाह् मृगा काञ्चनंवैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीव संभाषणंबाली निर्दलं समुद्र तरणं लङ्कापुरी दाहनम्पश्चद्रावनं कुम्भकर्णं हननं एतद्धि रामायणं ॥ चौपाई ॥ श्री रघुबीर भक्त…

Continue Readingश्री राम चालीसा | Shree Ram Chalisa

राधा चालीसा | Radha Chalisa

॥ दोहा ॥ श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार ।वृन्दाविपिन विहारिणी, प्रानावौ बारम्बार ॥जैसो तैसो रावरौ, कृष्ण प्रिय सुखधाम ।चरण शरण निज दीजिये, सुन्दर सुखद ललाम ॥ ॥ चौपाई ॥ जय…

Continue Readingराधा चालीसा | Radha Chalisa

शनिदेव चालीसा | Shanidev Chalisa

॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज।करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन…

Continue Readingशनिदेव चालीसा | Shanidev Chalisa

श्री लक्ष्मी चालीसा | Shree Lakshmi Chalisa

॥ दोहा ॥मातु लक्ष्मी करि कृपा करो हृदय में वास।मनोकामना सिद्ध कर पुरवहु मेरी आस॥सिंधु सुता विष्णुप्रिये नत शिर बारंबार।ऋद्धि सिद्धि मंगलप्रदे नत शिर बारंबार॥ ॥ चौपाई ॥ तुम समान…

Continue Readingश्री लक्ष्मी चालीसा | Shree Lakshmi Chalisa

सूर्यदेव चालीसा | Suryadev Chalisa

सूर्यदेव चालीसा | Suryadev Chalisa ॥ दोहा ॥ कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग, पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥ ॥ चौपाई ॥ जय सविता जय जयति दिवाकर,…

Continue Readingसूर्यदेव चालीसा | Suryadev Chalisa

भैरव आरती | Bhairav Aarti

जय भैरव देवा प्रभु जय भैरव देवाा।जय काली और गौरा कृतसेवा ॥ तुम पापी उद्धारक दुख सिन्धु तारका।भक्तों के सुखकारक भीषण वपु धारक ॥जय भैरव देवा.. वाहन श्वान विराजत कर…

Continue Readingभैरव आरती | Bhairav Aarti

नवग्रह आरती | Navgrah Aarti

आरती श्री नवग्रहों की कीजै ।बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ॥ सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर ।जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें ।शांति स्नेह सरस रसु…

Continue Readingनवग्रह आरती | Navgrah Aarti

ब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti

ब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti ॐ ब्रह्माणी मइया, जय ब्रह्माणी मइया।पल्लू धाम विराजत, सब जन कल्याणी ॥ॐ ब्रह्माणी मइया .. मंगल मोदमयी माँ, पीताम्बर धारी।स्वर्ण छत्र से शोभित,…

Continue Readingब्राह्मणी माता आरती | Brahmani Mata Aarti

ब्रह्माणी माता चालीसा | Brahmani Mata Chalisa

॥ दोहा ॥कोटि कोटि नमन मेरे माता पिता को, जिसने दिया शरीरबलिहारी जाऊँ गुरू देव ने, दिया हरि भजन में सीर ॥ चौपाईजय जय जग मात ब्रह्माणी । भक्ति मुक्ति…

Continue Readingब्रह्माणी माता चालीसा | Brahmani Mata Chalisa

ब्रह्माणी स्तुति | Brahmani Stuti

चन्द्र दिपै सूरज दिपै, उड़गण दिपै आकाश ।इन सब से बढकर दिपै, माताऒ का सुप्रकाश ॥ मेरा अपना कुछ नहीं, जो कुछ है सो तोय ।तेरा तुझको सौंपते, क्या लगता…

Continue Readingब्रह्माणी स्तुति | Brahmani Stuti

श्याम बाबा चालीसा | Shyam Baba Chalisa

Read more about the article श्याम बाबा चालीसा | Shyam Baba Chalisa
खाटूश्याम जी आरती | Khatushyam Ji Aarti

॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण ध्यान धर, सुमिरि सच्चिदानन्द।श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चैपाई छन्द।। ॥ चौपाई ॥ श्याम श्याम भजि बारम्बारा,सहज ही हो भवसागर पारा।इन सम देव न…

Continue Readingश्याम बाबा चालीसा | Shyam Baba Chalisa

पार्वती माता चालीसा | Parwati Mata Chalisa

॥ दोहा ॥ जय गिरी तनये दक्षजे शम्भू प्रिये गुणखानि।गणपति जननी पार्वती अम्बे! शक्ति! भवानि॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे, पंच बदन नित तुमको ध्यावे।षड्मुख कहि न…

Continue Readingपार्वती माता चालीसा | Parwati Mata Chalisa

शिव चालीसा | Shiv Chalisa

॥ दोहा ॥जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥भाल चन्द्रमा सोहत…

Continue Readingशिव चालीसा | Shiv Chalisa

परशुराम चालीसा | Parshuram Chalisa

॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि, निज मन मन्दिर धारि।सुमरि गजानन शारदा, गहि आशिष त्रिपुरारि॥बुद्धिहीन जन जानिये, अवगुणों का भण्डार।बरणों परशुराम सुयश, निज मति के अनुसार॥ ॥ चौपाई…

Continue Readingपरशुराम चालीसा | Parshuram Chalisa

नागणेची माता चालीसा | Nagnechi Mata Chalisa

श्री गणेश प्रथम मनाऊ ।रिद्धि सिद्धि भरपूर पाऊ ॥नमो नमो श्री नागणेच्या माता। नमो नमो शिव शक्ति माता ॥हर रूप में दर्शन दिया। अनेको भक्त ऊवार दिया ॥ज्वाला में तुम…

Continue Readingनागणेची माता चालीसा | Nagnechi Mata Chalisa

नवग्रह चालीसा | Navgrah Chalisa

॥ दोहा ॥ श्री गणपति ग़ुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय ,नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय जय,जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगु शनि राज,जयति राहू अरु केतु ग्रह,करहु अनुग्रह आज !!…

Continue Readingनवग्रह चालीसा | Navgrah Chalisa

श्री कृष्ण आरती | Shree Krishan Aarti

आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्यौछावर कीजै॥गौरश्याम मुख निरखन लीजै,हरि का स्वरूप नयन भरि पीजै।आरती युगलकिशोर की कीज..रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरखि मेरो मन लोभा।ओढ़े नील पीत…

Continue Readingश्री कृष्ण आरती | Shree Krishan Aarti

कालभैरव आरती | Kalbhairav Aarti

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।जय भैरव देवा..तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।जय भैरव देवा..वाहन शवन विराजत…

Continue Readingकालभैरव आरती | Kalbhairav Aarti

कामाख्या देवी आरती | Kamakhya Devi Aarti

रती कामाख्या देवी की ।जगत् उधारक सुर सेवी की ॥आरती कामाख्या देवी की… गावत वेद पुरान कहानी ।योनिरुप तुम हो महारानी ॥सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी ।लहे दरस सब सुख लेवी…

Continue Readingकामाख्या देवी आरती | Kamakhya Devi Aarti