देवी सुभद्रा मंत्र | Devi Subhadra Mantra
“ॐ सुभद्राय नमः”
यह मंत्र देवी सुभद्रा को समर्पित है। सुभद्रा भगवान श्रीकृष्ण और बलराम की बहन हैं, और उन्हें शक्ति, सौम्यता और कल्याण की प्रतीक देवी माना जाता है।
मंत्र का जाप :-
- देवी सुभद्रा की पूजा के समय – खासतौर पर रथ यात्रा के दौरान, जब भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की शोभायात्रा निकाली जाती है।
- मंगल कार्यों से पहले – जैसे विवाह, गृह प्रवेश, बच्चे के नामकरण आदि के समय देवी सुभद्रा से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।
- मंत्र साधना या शक्ति साधना में – शक्ति की उपासना में देवी सुभद्रा का स्मरण शक्ति, समृद्धि और रक्षा के लिए किया जाता है।
- रोग, संकट या भय के समय – मानसिक शांति, सुरक्षा और परोपकार के लिए इस मंत्र का जाप लाभकारी माना जाता है।
जाप की विधि :-
- शुद्ध स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थान पर दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
- देवी सुभद्रा की मूर्ति या चित्र के सामने बैठें।
- पुष्प, रोली, चावल आदि से पूजा करें।
- शांत मन से “ॐ सुभद्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें (माला से)।
- अंत में प्रार्थना करें कि माता सुभद्रा आपकी रक्षा करें और जीवन में मंगल करें।
मंत्र लाभ :-
- मन की शांति और मानसिक बल मिलता है।
- कार्यों में सफलता और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- पारिवारिक सुख, सौहार्द और समृद्धि बढ़ती है।
- नकारात्मकता और भय का नाश होता है।