माँ कात्यायनी आरती | Ma Katyayani Aarti
जय जय अम्बे जय कात्यानी।जय जगमाता जग की महारानी।। बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहा वरदाती नाम पुकारा।। कई नाम है कई धाम है।यह स्थान भी तो सुखधाम है।। हर मंदिर में ज्योत…
जय जय अम्बे जय कात्यानी।जय जगमाता जग की महारानी।। बैजनाथ स्थान तुम्हारा।वहा वरदाती नाम पुकारा।। कई नाम है कई धाम है।यह स्थान भी तो सुखधाम है।। हर मंदिर में ज्योत…
॥ दोहा ॥गरुड़ वाहिनी वैष्णवी त्रिकूटा पर्वत धाम।काली, लक्ष्मी, सरस्वती शक्ति तुम्हें प्रणाम॥ ॥ चौपाई ॥नमो: नमोः वैष्णो वरदानी, कलि काल में शुभ कल्याणी।मणि पर्वत पर ज्योति तुम्हारी, पिंडी रूप…