दृष्टि बदलो | Drashti Badlo
दृष्टि बदलो | Drashti Badlo सौराष्ट्र की एक कहानी है। वर्षा ऋतु में तांगे के घोडे की हरी घास खाने ही आदत पड़ गई है। ग्रीष्म-शीत ऋतु में भी हरी…
दृष्टि बदलो | Drashti Badlo सौराष्ट्र की एक कहानी है। वर्षा ऋतु में तांगे के घोडे की हरी घास खाने ही आदत पड़ गई है। ग्रीष्म-शीत ऋतु में भी हरी…
वह खेत मेरा है । Vah Khet Mera Hai अकबर का पुत्र सलीम सैनिकों को लेकर राजस्थान जीतने गया। राजस्थान के एक मुख्य प्रदेश पर उसने डेरा डाला। सैनिकों के…
भेद निकालो | Bhed Nikalo एक गाँव में सभी व्यक्ति एकत्रित हुए। और फिर फैसला किया कि हमारे गाँव में एक मंदिर होना चाहिए। फिर सबने चंदा इकट्ठा किया और…
छत्रछाया | Chhatarchhaya सावधान हनुमानजी की आँखे अवध के राज दरबार में घूमने लगीं। श्री लक्ष्मणजी दिखाई देते है, शत्रुध्न दिखाई देते है पर भरतजी नहीं दिखाई दिये। भरतजी कहाँ…
भाग्यशाली | Bhagyashali चित्रकूट का प्रसंग है। संतो का मत है। लक्ष्मणजी फल-फूल लेने गये थे और राम-सीता बैठे-बैठे चर्चा कर रहे थें। वसन्तऋतु थी और वृक्ष खिला हुआ था।…
त्याग और समर्पण को न भूलें | Tayag Aur Smarpan Ko Na Bhule भगवान शाम को महल में बैठे थे। सारा राजकुटुम्ब बैठा था। उस समय राम ने कौशल्या माँ…
रामकृष्ण परमहंस और पकौडे | Ramkrishan Paramhansh Aur Pakode सत्संग चलता हो तो भी रामकृष्ण परमहंस खडे हो जाते और पकौड़े खाने के लिए चले जाते। विवेकानंदजी, शारदाजी बहुत दुःखी…
किसको प्रणाम करे ? | Kisko Pranam Kare? गोविन्दसिंहजी को लगा कि अब जीने का कोई अर्थ नहीं है। मेरी नजरों के सामने मेरे दो पुत्र, माँ चल बसे। गुरु…
बच्चें और दादी | Bache Aur Dadi गरु गोविन्दसिंहजी अपने दोनों बालकों को हृदय से लगाकर कहते हैं, "बेटा, हुक्म हो गया है। धर्मान्तर न करे तो आप दोनों के…
कार्तिक अमावस्या व्रत कथा | Kartik Amavasya Vrat Katha हिन्दू धर्म में कार्तिक अमावस्या अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। अमावस्या के दिन तर्पण और पितरों के लिए दान, पुण्य करना…
करवा चौथ व्रत कथा | Karwa Chauth Vrat Katha एक साहूकार था जिसके सात बेटे और एक बेटी थी | सातों भाई व बहन एक साथ बैठ कर भोजन करते…
मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत कथा | Margashirsha Purnima Vrat Katha मार्गशीर्ष व्रत के पीछे कई कहानियां हैं। भारत की सांस्कृतिक रूप से विविध प्रकृति के कारण हर क्षेत्र की एक अलग…
विवाह पंचमी कथा | Vivah Panchami Katha पौराणिक कथा के अनुसार त्रेतायुग में धरती को रावण के संताप से मुक्त कराने और समाज के समक्ष धर्म एवं मर्यादा का उदाहरण…
मोक्षदा एकादशी व्रत कथा | Mokshada Ekadashi Vrat Katha धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी अर्थात उत्पन्ना एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा…
मार्गशीर्ष अमावस्या व्रत कथा | Margashirsha Amavasya Vrat Katha मार्गशीर्ष अमावस्या की बहुत सारी कथाएं प्रचलित है। इसमें से एक गरीब ब्राह्मण परिवार की कथा है। ब्राह्मण की एक पुत्री…
उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा | Utpanna Ekadashi Vrat Kathaधर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने कार्तिक शुक्ल एकादशी अर्थात प्रबोधिनी एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके…
आँवला नवमी व्रत कथा | Amla Navami Vrat kathaआँवला नवमी की दो कथायें प्रचलित हैं- साहूकार की कथाप्राचीन समय में काशी नाम के एक नगर में एक वैश्य अपनी पत्नी…
तुलसी विवाह कथा | Tulsi Vivah Katha एक बार शिव ने अपने तेज को समुद्र में फैंक दिया था। उससे एक महातेजस्वी बालक ने जन्म लिया। यह बालक आगे चलकर…
देवोत्थान / प्रबोधिनी एकादशी व्रत कथा | Devutthana Ekadashi Vrat Kathaकार्तिक मास की एकादशी को देवोत्थान एकादशी या देवउठनी एकादशी कहते हैं।धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने कार्तिक…
गोवर्धन पूजा व्रत कथा | Govardhan Pooja Vrat Kathaगोवर्धन पूजा की पौराणिक कथा के अनुसार द्वापर युग में एक बार देवराज इंद्र को अपने ऊपर अभिमान हो गया था। इंद्र…