मंगल ग्रह बीज मंत्र | Mangal Grah Beej Mantra
“ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।”
अर्थ:-
“मैं मंगल देव (भौम) को नमन करता हूँ, जो शक्ति, साहस, ऊर्जा और विजय के देवता हैं।”
मंत्र जाप :-
- दिन: मंगलवार
- समय: सूर्योदय के समय या मंगल होरा
- वस्त्र: लाल रंग के कपड़े पहनें
- आसन: लाल वस्त्र या कुशासन पर पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर मुख करके बैठें
- माला: लाल चंदन या रुद्राक्ष की माला (108 मनकों वाली)
मंत्र जाप के लाभ:-
- मंगल दोष और विवाह संबंधी बाधाओं में राहत
- क्रोध, रक्तदोष, उच्च रक्तचाप में सुधार
- साहस, आत्मबल और निर्णय क्षमता में वृद्धि
- भूमि, संपत्ति और कानूनी विवादों में सफलता
- दुर्घटना व झगड़ों से सुरक्षा