नवग्रह चालीसा | Navgrah Chalisa

॥ दोहा ॥ श्री गणपति ग़ुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय ,नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय जय,जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगु शनि राज,जयति राहू अरु केतु ग्रह,करहु अनुग्रह आज !!…

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श्री कृष्ण आरती | Shree Krishan Aarti

आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्यौछावर कीजै॥गौरश्याम मुख निरखन लीजै,हरि का स्वरूप नयन भरि पीजै।आरती युगलकिशोर की कीज..रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरखि मेरो मन लोभा।ओढ़े नील पीत…

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कालभैरव आरती | Kalbhairav Aarti

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।जय भैरव देवा..तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।जय भैरव देवा..वाहन शवन विराजत…

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कामाख्या देवी आरती | Kamakhya Devi Aarti

रती कामाख्या देवी की ।जगत् उधारक सुर सेवी की ॥आरती कामाख्या देवी की… गावत वेद पुरान कहानी ।योनिरुप तुम हो महारानी ॥सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी ।लहे दरस सब सुख लेवी…

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विष्णु भगवान आरती | Vishnu Bhagwan Aarti

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥ जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ॐ जय… मात-पिता…

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वैष्णो देवी आरती | Vaishno Devi Aarti

जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता।द्वार तुम्हारे जो भी आता, बिन माँगे सबकुछ पा जाता॥तू चाहे जो कुछ भी कर दे, तू चाहे तो जीवन दे दे।राजा रंग बने…

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माँ सिद्धिदात्री आरती | Ma Siddhidatri Aarti

जय सिद्धिदात्री मां तू सिद्धि की दाता।तू भक्तों की रक्षक तू दासों की माता।तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि।। कठिन काम सिद्ध…

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माँ चामुण्डा देवी आरती | Ma Chamunda Devi Aarti

जय चामुंडा माता मैया जय चामुंडा माता।शरण आए जो तेरे सब कुछ पा जाता।। चंड मुंड दो राक्षस हुए हैं बलशाली।उनको तूने मारा क्रोध द्रष्टि डाली।। चौंसठ योगिनी आकर तांडव…

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माँ चंद्रघंटा आरती | Ma Chandraghanta Aarti

जय मां चंद्रघंटा सुख धाम। पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।।चंद्र समान तुम शीतल दाती। चंद्र तेज किरणों में समाती।। क्रोध को शांत करने वाली। मीठे बोल सिखाने वाली।।मन की मालक…

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माँ कूष्माण्ड आरती | Ma Kushmanda Aarti

कूष्मांडा जय जग सुखदानी।मुझ पर दया करो महारानी॥ पिगंला ज्वालामुखी निराली।शाकंबरी माँ भोली भाली॥ लाखों नाम निराले तेरे ।भक्त कई मतवाले तेरे॥ भीमा पर्वत पर है डेरा।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥…

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ब्रह्माचारिणी देवी आरती | Brahmacharini Devi Aarti

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता। जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।।ब्रह्मा जी के मन भाती हो। ज्ञान सभी को सिखलाती हो।।जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता.. ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा। जिसको जपे सकल…

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खाटूश्याम जी आरती | Khatushyam Ji Aarti

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खाटूश्याम जी आरती | Khatushyam Ji Aarti

खाटूश्याम जी आरती | Khatushyam Ji Aarti ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे।निज भक्तन के तुमने, पूरन काम करे।हरि ॐ जय श्री श्याम हरे ॥गल पुष्प…

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राधारानी आरती | Radharani Aarti

आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥ त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेकविराग विकासिनि ।पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता की ॥आरती श्री वृषभानुसुता की,…

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शनिदेव आरती | Shanidev Aarti

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥जय जय श्री शनि देव…. श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी।नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥जय जय श्री शनि देव…. क्रीट…

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नाग पंचमी व्रत कथा | Nag Panchami Vrat Katha

प्राचीन काल में एक साहूकार था जिनके सात पुत्र थे। सातों की शादी हो चुकी थी। सबसे छोटे पुत्र की पत्नी श्रेष्ठ चरित्र की थी, परंतु उसका कोई भाई नहीं…

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सूर्यदेव आरती | Suryadev Aarti

ॐ जय सूर्य भगवान। जय हो तिनकर भगवान ॥जगत के नेत्र स्वरूपा। तुम हो त्रिगुणा स्वरूपा।धरता सबही सब ध्यान ॥ॐ जय सूर्य भगवान … सारथी अरुण है प्रभु तुम। श्वेता…

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श्री सत्यनारायण जी आरती | Shree Satyanarayan Ji Aarti

जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा ।सत्यनारायण स्वामी, जन-पातक-हरणा ॥जय लक्ष्मी…रत्न जड़ित सिंहासन, अद्भुत छवि राजे ।नारद करत नीराजन, घंटा वन बाजे ॥जय लक्ष्मी…प्रकट भए कलिकारन, द्विज को दरस…

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श्रीनाथ जी आरती | Shreenath Ji Aarti

आरती श्रीनाथ जी की,मंगला करि,प्रभु मंगला करी,शंख वाज्ञा श्रीनाथ जी जाग्या,कटोरी धरी प्रभु जी कटोरी धरी,आरती श्रीनाथ जी की,मंगला करि,प्रभु मंगला करी। धनन धनन घंट बाजे, झालरों घणी,धनन धनन घंट…

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माँ शैलपुत्री आरती | Ma Shailputri Aarti

शैलपुत्री मां बैल असवार। करें देवता जय जयकार।शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी॥ पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।ऋद्धि-सिद्धि परवान करे…

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सन्तोषी माता आरती | Santoshi Mata Aarti

जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता।अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता ।।जय सन्तोषी माता…. सुन्दर चीर सुनहरी मां धारण कीन्हो।हीरा पन्ना दमके तन श्रृंगार लीन्हो ।।जय सन्तोषी माता….…

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