नवग्रह आरती | Navgrah Aarti
आरती श्री नवग्रहों की कीजै ।बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ॥ सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर ।जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें ।शांति स्नेह सरस रसु…
आरती श्री नवग्रहों की कीजै ।बाध, कष्ट, रोग, हर लीजै ॥ सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर ।जाकी कृपा कबहुत नहिं छीजै ॥ रुप चंद्र शीतलता लायें ।शांति स्नेह सरस रसु…
॥ दोहा ॥ श्री गणपति ग़ुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय ,नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय जय,जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगु शनि राज,जयति राहू अरु केतु ग्रह,करहु अनुग्रह आज !!…