श्री कृष्ण आरती | Shree Krishan Aarti

आरती युगलकिशोर की कीजै।तन मन धन न्यौछावर कीजै॥गौरश्याम मुख निरखन लीजै,हरि का स्वरूप नयन भरि पीजै।आरती युगलकिशोर की कीज..रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरखि मेरो मन लोभा।ओढ़े नील पीत…

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